संस्कृति संज्ञान के पदाधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार सिंघल राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री रेवती रमन पांडे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, श्री सुधीर शुक्ला जी, श्री दीपक बिष्ट जी एवं श्री पवन सेठी जी ने आदरणीय केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री माननीया अन्नपूर्णा देवी जी से उनके कार्यालय में मुलाकात की। इस अवसर पर उन्हें संस्कृति संज्ञान की स्मारिका एवं रामचरितमानस की एक प्रति भेंट की गई।
संस्कृति संज्ञान संस्था भारतीय समाज में सनातन संस्कृति और धर्म को पुनर्प्रतिष्ठित करने हेतु प्रयासरत है। इसके लिए यह आवश्यक है कि भारतवर्ष के लाखों छोटे-छोटे मंदिर के पुजारियों की आर्थिक, धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक स्थिति में आवश्यक सुधार किया जाए, जिससे कि वे अपने श्रद्धालुओं को भारतीय सनातन संस्कृति के धर्म ग्रंथ जैसे रामचरितमानस इत्यादि का पठन-पाठन करने के लिए प्रोत्साहित कर सकें। इससे न केवल समाज में भारतीय संस्कृति और धर्म में लोगों की आस्था बढ़ेगी वरन पुजारियों में भी उनकी आस्था बढ़ेगी। इससे देश का समुचित विकास होगा और भारत विश्व गुरु बनेगा।
माननीया मंत्री जी ने संस्कृति संज्ञान के कार्यों की सराहना की और भविष्य में किसी भी तरह का सहयोग करने का आश्वासन दिया। संस्कृति संज्ञान के सभी सदस्यों का उन को सादर धन्यवाद।