चित्रकूट से लेकर इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सात जिलों का कायाकल्प होगा। इससे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा जिले सीधे जुड़ेंगे। 14850 करोड़ रुपये की लागत से बने इस एक्सप्रेसवे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जालौन के कैथरी गांव में जनता को समर्पित करेंगे। एक्सप्रेसवे की शुरुआत के साथ ही चित्रकूट से दिल्ली तक का 630 किलोमीटर का सफर छह से सात घंटे में पूरा हो सकेगा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के साथ जुड़ जाएगा। एक्सप्रेसवे बनने के बाद बुंदेलखंड का औद्योगिक और आर्थिक विकास का रास्ता भी खुलेगा। बांदा और जालौन में एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर भी बनाया जा रहा है। इसके लिए सलाहकार एजेंसी का गठन हो चुका है। उद्योग लगने से इन दोनों जिलों के अलावा आसपास के जिलों के लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा। बुंदेलखंड में प्रस्तावित डिफेंस कॉरिडोर को भी एक्सप्रेसवे का लाभ मिलेगा। माल का आवागमन सुगम हो सकेगा।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शुभारंभ करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2020 में इसका शिलान्यास किया था। निर्माण एजेंसी यूपीडा ने कोरोना काल के बावजूद 28 माह में एक्सप्रेसवे को लक्ष्य से आठ महीने पहले बनाकर तैयार कर दिया है। इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 266 छोटे पुल, 18 फ्लाइओवर, 13 टोल प्लाजा और 7 रैंप प्लाजा हैं।
24 घंटे सुरक्षा के पुख्ता इंजाम
इसमें चलने वाले वाहनों की सुरक्षा की दृष्टि से छह पुलिस उपाधीक्षक सहित 128 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। साथ में 12 इनोवा वाहन लगाए गए हैं। यह 24 घंटे यहां से गुजरने वाले वाहनों पर निगाह रखेंगे।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण का विवरण
7766 करोड़ रुपये है लागत, 296.07 किमी लंबाई, 110 मीटर चौड़ा है
7 जिलों से होकर निकला है, 266 छोटे पुल बने हैं, 18 फ्लाईओवर बनाए गए, 13 टोल प्लाजा हैं इस पर, 14 बड़े पुल और चार रेल पुल शामिल है।
एक्सप्रेस-वे का एक छोर भरतकूप तो दूसरा छोर इटावा
इंतजार की घड़ी खत्म हो गई। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। खास बात यह है कि इस एक्सप्रेसवे का एक छोर इटावा तो दूसरा चित्रकूट के भरतकूप से शुरू हो रहा है। ऐसे में चित्रकूट के लोगों में उत्साह है। झांसी-मिर्जापुर रोड पर चित्रकूट के भरतकूप क्षेत्र से शुरू हो रहे इस एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार को सन्नाटा रहा। दरअसल प्रशासन ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए वाहनों का आवागमन रोक दिया है।
अभी तक निर्माणाधीन होने से इक्कादुक्का भारी वाहन निकल रहे थे। भरतकूप से करीब चार किमी एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा बनाया जा रहा है। इस टोल प्लाजा को धर्मनगरी से जोड़कर सजाया जाएगा। भगवान राम की तपोभूमि के चित्र उकेरे जाएंगे। छत पर लगे बोर्ड को भगवा रंग से रंगा गया है। टोल आफिस का निर्माण भी जारी है। गुरुवार को कई जगह पर निर्माण कार्य, साफ सफाई चलती रही।