उत्तराखंड में वैश्विक निवेशक सम्मेलन लिए अंतरराष्ट्रीय रोड शो के जरिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कोशिशें रंग ला रही हैं। दिसंबर में प्रस्तावित सम्मेलन के लिए से उत्तराखंड में निवेश की बारिश शुरू हो गई है। लंदन और बर्मिंघम में दो दिन के रोड शो में सरकार ने निवेशकों के साथ 9000 करोड़ के निवेश पर एमओयू किया है। बुधवार को दूसरे दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 7000 करोड़ के निवेश पर एमओयू किया गया। जबकि पहले दिन 2000 करोड़ का एमओयू हुआ था।

औद्योगिक समूह कयान जेट के साथ दो अलग-अलग एमओयू में 4500 करोड़ और उषा ब्रेको के साथ 1000 करोड़, बर्मिंघम में अलग-अलग कंपनियों के साथ 1500 करोड़ के एमओयू शामिल हैं। कयान जेट केबल कार प्रोजेक्ट में निवेश करेगा, साथ ही औली, दयारा बुग्याल और मुनस्यारी में स्की रिसॉर्ट विकसित करने पर भी सहमति बनी है। उषा ब्रेको लिमिटेड हरिद्वार और अन्य जनपदों में रोपवे में निवेश करेगी।
सीएम धामी की उपस्थिति में लंदन में पोमा ग्रुप (Poma Group) के साथ दो हजार करोड़ रुपये का इन्वेस्टर एमओयू साइन किया गया। मुख्यमंत्री ने सभी निवेशकों को दिसंबर में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए आमंत्रित भी किया।

सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश की भौगौलिक परस्थितियों को देखते हुए उत्तराखंड में इको-फ्रेंडली टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। पोमा ग्रुप दुनियाभर में रोपवे निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी है। पोमा ग्रुप का उत्तराखंड में काम करने का बहुत पुराना अनुभव है। चमोली जिले के औली रोपवे में पोमा ग्रुप तकनीकी सहयोग प्रदान कर चुका है। इसके अलावा वर्तमान पोमा रोपवे देहरादून-मसूरी रोपवे, यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट्स में भी तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री धामी की अध्यक्षता में निवेशकों के साथ हुई बैठक में शिक्षा, पर्यटन, आईटी और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विभिन्न 80 उद्योग घरानों ने भाग लिया। इसके बाद सीएम और प्रतिनिधियों ने इंडिया हाउस और पार्लियामेंट हाउस का दौरा भी किया। राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने टूर एंड ट्रेवलिंग क्षेत्र से जुड़े प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों के राज्य में बेहतर परिवहन तकनीक पर विचार साझा किए। इस मौके सचिव मुख्यमंत्री डॉ. आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, स्थानीय आयुक्त अजय मिश्रा मौजूद थे।

निवेशकों को दिया सम्मेलन में आने का निमंत्रण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को लंदन में हुई बैठक में प्रदेश में दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए निवेशकों को निमंत्रण दिया। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड को वैश्विक पर्यटन डेस्टीनेशन बनाने की दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है। राज्य में वेलनेस और ग्रामीण पर्यटन में कई संभावनाएं हैं। ऋषिकेश योग और आध्यात्म की वैश्विक राजधानी के रूप में जाना जाता है। यूरोप से लेकर अन्य देशों के पर्यटक हर साल बड़ी तादात में योग आध्यात्म के लिए राज्य में आते हैं। सरकार विश्वस्तरीय कन्वेशनर सेंटर की स्थापना के लिए निवेशकों से बात कर रही है।
वहीं, सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित जी-20 समिट के सफल आयोजन से ब्रिटेन और भारत के रिश्तों को और अधिक मजबूती मिली है। सरकार ने निवेशक सम्मेलन में 2.5 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है, जो प्रदेश की आर्थिकी को नई गति में सहायक साबित होगा। वहीं, भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने प्रदेश सरकार की विभिन्न नीतियों और सकारात्मक विजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश की राष्ट्रीय राजधानी से कुछ दूरी पर होने के कारण दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए वीकेंड डेस्टिनेशन के रूप में विकसित हो गया है। उच्चायुक्त ने अपने पुराने अनुभवों को याद कर लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी से जुड़े स्मरण साझा किए।
अब तक 16600 करोड़ के निवेश पर बनी बात
निवेशक सम्मेलन के लिए दिल्ली में हुए करटेन रेजर और लंदन, बर्मिंघम रोड शो में अब तक 16600 करोड़ के निवेश पर बात बनी है। सरकार ने बड़े औद्योगिक घरों के साथ निवेश पर एमओयू किया है। दिल्ली में 14 सितंबर को आईटीसी के साथ 5000 करोड़, महिंद्रा हॉलीडेज एंड रिसॉर्ट इंडिया लिमिटेड के साथ 1000 करोड़, ई-कुबेर से 1600 करोड़ के साथ कुल 7600 करोड़ का एमओयू किया गया है। जबकि ब्रिटेन में 9000 करोड़ पर निवेशकों के साथ एमओयू किए गए।