मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों के प्रबंधन और प्रदेश में दुग्ध उत्पादन और उनके संग्रह की स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नें कहा उत्तर प्रदेश में एक भी गोवंश निराश्रित नहीं होगा और सबके भरण-पोषण की जिम्मेदारी सरकार की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि महीने गोवंश पालकों और गोशालाओं को तय समय पर DBT से जरूरी धनराशि दी जाए औऱ एडीओ पंचायत/पशुपालन अधिकारी हर महीनें गोवंश का सत्यापन करें जिससे शासन की तरफ से उनके लिए तुरंत पैसा जारी सके। साथ ही अंत्येष्टि स्थलों पर दाह संस्कार में गोवंश गोइठा का ही इस्तेमाल हो और निराश्रित गोवंश स्थल से गोइठा मिलेगा। निराश्रित गोवंश संरक्षण के मामले में जनता द्वारा मिल रहे सहयोग पर सीएम ने सभी के द्वारा उठाए गये कदमों का स्वागत किया। सीएम ने जानकारी देते हुए ये भी कहा कि अब तक प्रदेश में 11.33 लाख गोवंशों को संरक्षित किया गया है जो कि अपने आप में बहुत बड़ा आंकड़ा है और ये प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।