
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को नैमिषारण्य पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज मेरा यह सौभाग्य है कि जिस तीर्थ की महिमा का रामचरित मानस जैसे पौराणिक ग्रन्थ में उल्लेख है। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा’ के माध्यम से स्वच्छांजलि देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। ऋषि मुनियों ने आध्यात्मिक साधना से जो धरोहर दी। इस पौराणिक तीर्थ में चक्रतीर्थ व मां ललिता देवी के दर्शन किए। यह महर्षि दधीचि के त्याग व बलिदान की धरती है।
88 हजार ऋषियों को 18 पुराणों की कथा सुनाकर भारत की वेदों की परंपरा को आगे बढ़ाया गया था। यहां पर जहां-तहां बिखरे तीर्थ पौराणिक महत्व के प्रतीक हैं। उपेक्षा के कारण यहां का विकास ही नहीं हुआ। आज डबल इंजन की सरकार नैमिष तीर्थ के विकास को एक अभियान के रूप में आगे बढ़ा रही है। मैं इस अवसर पर इस तीर्थ को नमन करता हूं। आज नैमिष तीर्थ चमक रहा है। हमें इसे साफ करना चाहिए। हम सबकी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को नैमिषारण्य में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने जिले को 550 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी।
सीएम ने नैमिषारण्य धाम के विकास कार्यो की समीक्षा भी की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार तीर्थ पर्यटन पर जोर दे रही है। पहले तीर्थ स्थलों की उपेक्षा होती थी। अब बिना भेदभाव विकास हो रहा है।
इस मौके पर उन्होंने तीर्थस्थलों को प्लास्टिक मुक्त बनाने का भी आह्वान किया।