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India-UAE Summit: भारत-यूएई ने जारी किया साझेदारी का विजन दस्तावेज, जानें बड़ी बातें ?

नई दिल्ली। भारत और यूएई ने अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने और आपसी फायदे का नया रोडमैप बनाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नायहान के बीच हुई वर्चुअल बैठक में दोनों मुल्कों ने जहां व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते समेत अनेक करारनामों पर दस्तखत किए. वहीं साझा विजन दस्तावेज भी जारी किया.

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भारत और यूएई के बीच भविष्य की साझेदारी का खाका तय करता विजन दस्तावेज बीते कुछ सालों में भारत और यूएई के बीच बढ़ी करीबी का भी नया सबूत है.

विजन दस्तावेज की बड़ी बातें

1- रक्षा और सुरक्षा

दोनों देश समुद्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे. हर तरह के आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करेंगे.

2- आर्थिक सहयोग

भारत और यूएई के बीच हुआ व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता दोनों देशों के बीच द्वीपक्षीय कारोबार को 60 अरब डॉलर से बढ़ाकर अगले 5 सालों में 100 अरब डॉलर तक बढ़ा देगा.

यूएई की कंपनियों और उनके साथ बनने वाले संयुक्त उपक्रमों के लिए एक खास निवेश जोन स्थापित किया जाएगा. इसमें फूड कॉरिडोर बनाने पर जोर होगा. यूएई के जबेल अली फ्री ट्रेड जोन में एक अलग इंडिया मार्ट भी बनाया जाएगा. भारतीय निवेशकों के लिए अबू धाबी में उन्नत औद्योगिक तकनीक के क्षेत्र में अवसर दिए जाएंगे. इसमें विशेष जोर होगा फार्मास्यूटिकल, चिकित्सा उपकरण, कृषि, लॉजिस्टिक व सेवाएं, स्टील और एल्यूमीनियम आदि.

3- ऊर्जा सहयोग

भारत के तेल आयात का करीब एक तिहाई हिस्सा सप्लाई करने वाला यूएई किफायती दामों और अबाध आपूर्ति बनाए रखने में मदद करेगा. साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए नए संसाधनों के विकास पर भी दोनों देश सहयोग करेंगे.

4- जलवायु परिवर्तन और गैर-पारंपरिक संसाधन

दोनों देश मिलकर हाइड्रोजन टास्क फोर्स बनाएंगे और ईंधन के लिए हरित हाइड्रोजन का उत्पादन बढ़ाएंगे.

5- नई तकनीकी

दोनों देश मिलकर अत्यावश्यक भुगतान तकनीकों पर सहयोग बढ़ाएंगे. साथ ही एक-दूसरे के स्टार्ट अप को प्रोत्साहित करेंगे.

6- शिक्षा सहयोग

भारत की मदद से यूएई में एक आईआईटी की स्थापना की जाएगी.

7- कौशल सहयोग

भारत औऱ यूएई कौशल विकास के क्षेत्र में भी हाथ मिलाएंगे ताकि बाजार की बदलती जरूरतों और भविष्य के कामकाज के लिहाज से मानव संसाधन विकसित हो सके.

8- खाद्य सुरक्षा

दोनों देश खाद्यान्न उत्पादन और आपूर्ति में सहयोग करेंगे. इसमें खेतों से लेकर बंदरगाह और यूएई के बाजारों तक मजबूत श्रृंखला विकसित की जाएगी.

9-स्वास्थ्य सुरक्षा

भारत और यूएई ने टीकों पर शोध, उत्पादन और भरोसेमंद सप्लाई चेन पर मिलकर काम करने का फैसला किया है. इसके लिए यूएई निवेश भी करेगा.

10- सांस्कृतिक सहयोग

भारत और यूएई के बीच सांस्कृतिक परियोजनाओं, प्रदर्शनियों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर जोर दिया जाएगा.

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