
‘एक शाम कन्हैया के नाम
सीएम धामी ने भजन गायकों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल बुधवार को देर सायं श्री महावीर सेवा समिति द्वारा दशहरा ग्राउंड प्रेमनगर में आयोजित ‘‘एक शाम कन्हैया के नाम’’ भजन संध्या में शामिल हुए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल और मयूर गुप्ता को सम्मानित किया,सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने अपनी गायकी के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के चरित्र को आम जन मानस तक पहुंचाया जो कि सराहनीय है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का आदर्श चरित्र सदैव मानव जाति के कल्याण हेतु प्रेरणादायी रहा है। मनुष्य को सदैव निष्काम कर्म के प्रति समर्पित रहने का संदेश देते हुए, भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य संदेशों में मानव जाति का कल्याण भी निहित है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सनातन धर्म को लेकर प्रधानमंत्री के कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सनातन संस्कृति की पताका संपूर्ण विश्व में लहरा रही है और दुनिया भर के देश हमारी प्राचीन संस्कृति और दर्शन से परिचित हो रहे हैं। आज देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की भावना पुनः जागृत हुई है। प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड के प्राचीन मंदिरों के पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केदारनाथ का भव्य एवं दिव्य पुनर्निर्माण कार्य इस वर्ष पूरा करने का लक्ष्य है। बद्रीनाथ धाम में भी मास्टर प्लान का कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ने हेमकुंट साहिब एवं गौरीकुंड से केदारनाथ तक के रोप-वे का शिलान्यास कर दिया है इससे आने वाले समय में यात्रा और सुगम होगी।
धर्मान्तरण पर बोलते हुए सीएम धामी ने कहा कि देवभूमि में इस तरह की चीजें घातक है यही वजह है कि राज्य में धर्मान्तरण को रोकने के लिए कठोर से कठोर कानून बनाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड का ड्राफ्ट 30 जून तक तैयार हो जाएगा, जो कि पूरे राष्ट्र के लिए मॉडल बनने वाला है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा, सांसद नरेश बंसल, विधायक श्रीमती सविता कपूर, पं. कृष्ण प्रसाद, दीपक शर्मा, श्री बलदेव चावला सहित समिति से जुड़े लोग, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद थी,