लखनऊ: किसानों के लिए मुसीबत बन कर आई असमय बरसात व ओलावृष्टि से उपजी स्थिति की सीएम योगी ने समीक्षा की. समीक्षा के दौरान CM योगी ने राहत आयुक्त को निर्देश देते हुए कहा कि तत्काल फसलों के नुकसान का आंकलन कर किसानों को मुआवज़े का अविलंब वितरण करें साथ ही भविष्य में प्रदेश के अन्नदाताओं को ऐसी स्तिथि का सामना ना करना पड़े इसलिए अर्ली वार्निंग सिस्टम का इस्तेमाल करके किसानों को मौसम की पूर्वानुमान जानकारी दी जाए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा खराब मौसम से गेहूं की गुणवत्ता पर दुष्प्रभाव की आशंका है, ऐसी फसल की खरीद के लिए नियम शिथिल हों , इसका प्रस्ताव तैयार करें… साथ ही जनहानि की स्थिति में पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता मिले
प्रदेश की ताज़ा स्तिथि के संबंध में राजस्व विभाग के एक प्रस्तुतिकरण का अवलोकन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अन्नदाता किसानों का हित सुरक्षित रखना सरकार की प्राथमिकता है। पिछले 24 घंटों में भी प्रदेश के 09 जनपदों में ओलावृष्टि की सूचना है। संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह स्थिति अगले दो-तीन दिन और रहने की संभावना है। इसके लिए सभी आवश्यक सतर्कता प्रबंध किए जाएं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गेहूं की फसल के संभावित नुकसान के कारण इस वर्ष भूसे की कमी हो सकती है। ऐसे में पशुपालन विभाग द्वारा समय से गोवंश चारे की व्यवस्था कर ली जाए।